प्रदेश मांय दीतवार ने आंवला नवमी रो परब पारंपरिक सिरधाभाव सूं मनायो जा रियो है। इण मौके माथे राजधानी जयपुर, टोंक साथे न्यारा-न्यारा शहरां अर कस्बा मांय महिलावां आवंळे रे पेड़ री पूजा कर र घर पिरवार मांय खुशहाली री कामना करी अर दानपुण्य कर्यो। वठी ने अजमेर जिला रा पुष्कर मांय चाल रिया मेळे मांय दीतवार ने न्यारी न्यारी होडां राखीजी अर आंवला नवमी परब रे चालता महिलावां स्नान-दान करयो। पौराणिक मान्यतावां रे मुजब कार्तिक म्हीणे री शुक्ल पक्ष री नवमी तिथि ने ओ परब मनायो जावे है। ऐड़ी मान्यता है के कार्तिक शुक्ल पक्ष री नवमी सूं लेर पूर्णिमा तांई भगवान विष्णु आंवळे रे पेड़ मांय निवास करे है। इण मौके माथे जिको दान-पुण्य करयो जावे है, ऐडी मान्यता है कि बीको अक्षय पुण्य मिले है।