उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड कह्यो है के कोई ई देश जद तांई आगे नी बध सके है जद तांई उण रा रहवासी राष्ट्रवाद रे प्रति पूरण समर्पित नी होवे। दिल्ली मांय वह्या एन.सी.सी. गणतंत्र दिवस शिविर मांय बोलता श्री धनखड कह्यो के भारत रा विकास सारू राष्ट्रवाद, संगठन अर राष्ट्र प्रथम दृष्टिकोण री जरूरत है। उपराष्ट्रपति कह्यो के देश रो बदलाव पांच बुनियादी सिद्धांतां- सामाजिक सौहार्द, जमीनी थर माथे देशभक्ति रा मोल री सीख देवण, पर्यावरण रा बारा मांय जाग जगावण, आत्मनिर्भरता अर नागरिक कर्तव्यां माथे निर्भर है। श्री धनखड लोगां अर नौजवानां ऊं अरज करी के वे भारत ने अनुशासन अर शिष्टाचार वाळां गौरवशाली देश मांय बदलण सारू आं पांच सिद्धांतां रो पाळण करे।