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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नए संसद भवन से अपने पहले संबोधन में, नई संसद इमारत को नई नियति के साथ एक नया प्रयास बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा- नई संसद आत्मनिर्भर भारत और 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं को दर्शाती है।
मन की बात कार्यक्रम के 101वें संस्करण में श्री मोदी ने युवाओं के बीच एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को सशक्त करने में युवा संगम के अनूठे प्रयासों की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने जल संरक्षण का आह्वान किया; देश में अब तक पचास हजार अमृत सरोवर बनने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और हाउस स्पीकर केविन मैककार्थी संघीय सरकार के 31 दशमलव 4 ट्रिलियन डॉलर ऋण सीमा को बढ़ाने के लिए समझौते पर सहमत हुए।
और आईपीएल क्रिकेट के खिताबी मुकाबले में, आज शाम अहमदाबाद में गुजरात टाइटंस का मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स से होगा।
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह नवनिर्मित संसद भवन राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने संसद भवन में पुजारियों अर्थात अधीनम के साथ प्रवेश किया और हवन किया। श्री मोदी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ मिलकर सेंगोल को स्थापित किया और पट्टिका का अनावरण कर संसद भवन का उद्घाटन किया। इसके बाद श्री मोदी ने नये संसद भवन के निर्माण में शामिल लोगों को सम्मानित किया। प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष ने सर्वधर्म प्रार्थना सभा में भी हिस्सा लिया। इसमें केंद्रीय मंत्री अमित शाह, डॉक्टर जितेन्द्र सिंह, राजनाथ सिंह, अश्विनी वैष्णव, अनुराग सिंह ठाकुर, डॉक्टर मनसुख मांडविया, प्रह्लाद जोशी और भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हुए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस भवन की आधारशिला 10 दिसम्बर 2020 को रखी थी।
नया संसद भवन 65 हजार वर्ग मीटर में बना है। तिकोने आकार के कारण इसमें स्थान का अधिकतम उपयोग हुआ है। लोकसभा कक्ष में आठ सौ 88 सीटें हैं और इसकी विषय-वस्तु राष्ट्रीय पक्षी मोर पर आधारित है। राज्यसभा कक्ष में तीन सौ 84 सीटें हैं और यह राष्ट्रीय पुष्प कमल की थीम पर आधारित है।
नए संसद भवन से अपने पहले संबोधन में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने नई संसद को नई नियति के साथ एक नया प्रयास कहा। उन्होंने कहा कि जब भारत आगे बढ़ता है, तो दुनिया आगे बढ़ती है। उन्होंने टिप्पणी की कि संसद का नया भवन भारत के विकास के साथ-साथ विश्व के विकास का आह्वान करेगा। नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष से राष्ट्र को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने जोर देकर कहा कि यह सिर्फ एक इमारत नहीं है। यह आत्मनिर्भर भारत और 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतिबिंब है।
यह सिर्फ एक भवन नहीं है, ये एक सौ 40 करोड़ भारतवासियों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतिबिंब है। ये विश्व को भारत के दृढ़ संकल्प का संदेश देता है। हमारे लोकतंत्र का मंदिर है।
प्रधानमंत्री ने कहा, हमारा लोकतंत्र हमारी प्रेरणा है और हमारा संविधान हमारा संकल्प है। इस प्रेरणा और संकल्प का सबसे अच्छा प्रतिनिधि हमारी संसद है। श्री मोदी ने सेंगोल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस संसद भवन में जब भी कार्यवाही शुरू होगी, सेंगोल हमें प्रेरित करता रहेगा।
सेंगोल को कर्तव्य पथ का, सेवा पथ का, राष्ट्र पथ का प्रतीक माना जाता था। राजाजी और अधिनम के संतों के मार्गदर्शन में यही सेंगोल सत्ता के हस्तांतरण का प्रतीक बना था।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला और अन्य मंत्रियों के साथ आज दोपहर बाद नये संसद भवन में लोकसभा कक्ष में पहुंचे। इस ऐतिहासिक अवसर पर उन्होंने 75 रुपये का सिक्का और डाक टिकट जारी किया। कार्यक्रम की शुरूआत सभी संसद सदस्यों और राज्यों के मंत्रियों और अन्य गणमान्य अतिथियों के साथ राष्ट्रगान से हुई। राज्य सभा के सभापति हरिवंश ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड के संदेश पढे। श्री हरिवंश ने कहा कि आज का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण है और यह अमृतकाल में प्रेरणा का स्रोत सिद्ध होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने युवाओं में एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना को ताकत देने के लिए युवा संगम के अनूठे प्रयासों की सराहना की है। आकाशवाणी से आज मन की बात कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि देश की एकता और विविधता को ध्यान में रखते हुए शिक्षा मंत्रालय ने इसकी पहल की है। उन्होंने कहा कि युवा संगम का उद्देश्य लोगों के बीच संपर्क को बढावा देना और देश के युवाओं को एक-दूसरे के साथ परस्पर घुलने-मिलने का अवसर प्रदान करना है।
युवा संगम में युवा दूसरे राज्यों के शहरों और घरों में जाते हैं। उन्हें अलग-अलग तरह के लोगों के साथ मिलने का मौका मिलता है। युवा संगम के फर्स्ट राउन्ड में लगभग 12 सौ युवा देश के 22 राज्यों का दौरा कर चुके हैं। जो भी युवा इसका हिस्सा बने हैं, वे अपने साथ ऐसी यादें लेकर वापस लौट रहे हैं जो जीवनभर उनके हृदय में बसी रहेंगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कई बडी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और व्यापारिक हस्तियों ने बैग-पैकर्स के रूप में भारत में समय गुजारा है।
मैं जब दूसरे देशों के लीडर्स से मिलता हूं तो कई बार वो भी बताते हैं वो अपनी युवावस्था में भारत घूमने के लिए गए थे। हमारे भारत में इतना कुछ जानने और देखने के लिए है कि आपकी उत्सुकता हर बार बढ़ती ही जाएगी। मुझे उम्मीद है कि इन रोमांचक अनुभवों को जानकर आप भी देश के अलग-अलग हिस्सों की यात्रा के लिए ज़रूर प्रेरित होंगे।
प्रधानमंत्री ने जल-संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया और इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि जल के बिना व्यक्ति और देश के प्रयास फलीभूत नहीं हो सकते।
हम सबने एक कहावत कई बार सुनी होगी - बिन पानी सब सून, बिना पानी जीवन पर संकट तो रहता ही है व्यक्ति और देश का विकास भी ठप्प पड़ जाता है। भविष्य की इसी चुनौती को देखते हुए आज देश के हर ज़िले में 75 अमृत सरोवरों का निर्माण किया जा रहा है। हमारे अमृत सरोवर इसलिए विशेष हैं क्योंकि यह आज़ादी के अमृत काल में बन रहे हैं और इसमें लोगों का अमृत प्रयास लगा है। आपको जानकर अच्छा लगेगा कि अब तक पचास हजार से ज़्यादा अमृत सरोवरों का निर्माण भी हो चुका है।
श्री मोदी ने कहा कि जल का एक और प्रभावी उपयोग झारखण्ड के खूंटी जिले में हो रहा है, जहां लोगों ने जलसंकट के समाधान के लिए बोरी बांध का रास्ता निकाला है। बोरी बांध में पानी इकट्ठा होने से अब वहां साग-सब्जी भी पैदा होने लगी हैं।
प्रधानमंत्री ने कुंभी कागज नामक स्टार्ट-अप की भी चर्चा की, जो जल-कुंभी से कागज तैयार कर रहा है। उन्होंने कहा कि जल-कुंभी को पहले जल स्रोतों के लिए एक समस्या समझा जाता था, लेकिन अब उसी से कागज बनने लगा है।
श्री मोदी ने हाल ही में जापान यात्रा के दौरान हिरोशिमा शांति स्मारक संग्रहालय के दौरे को भावुक कर देने वाला अनुभव बताया। प्रधानमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय प्रदर्शनी की भी चर्चा की जिसका आयोजन कुछ ही दिन पहले भारत में हुआ था। इस प्रदर्शनी में दुनिया भर के बारह सौ से अधिक संग्रहालयों की विशिष्टताओं को दर्शाया गया था। श्री मोदी ने कहा कि भारत के संग्रहालय भी देश के अतीत के कई पहलुओं को प्रदर्शित करते हैं।
हमारे यहां भारत में अलग-अलग प्रकार के ऐसे कई म्यूज़ियम्स हैं जो हमारे अतीत से जुड़े अनेक पहलुओं को प्रदर्शित करते हैं, जैसे गुरूग्राम में एक अनोखा संग्रहालय है म्यूज़ियो कैमेरा। इसमें 1860 के बाद के आठ हजार से ज़्यादा कैमेरों का कलेक्शन मौजूद है। तमिलनाडु के म्यूज़ियम ऑफ पॉसिबिलिटीज़ हो हमारे दिव्यांगजनों को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है। मुम्बई का छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय एक ऐसा म्यूज़ियम है जिसमें 70 हजार से भी अधिक चीज़ें संरक्षित की गई हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर की जयंती है, उनके त्याग, साहस और संकल्प शक्ति की गाथाएं आज हर किसी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। श्री मोदी ने कहा कि चार जून को संत कबीर दास की जयंती मनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि कबीर का दिखाया मार्ग आज भी उतना ही प्रासंगिक है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 21 जून को विश्व योग दिवस के आयोजन के लिए देश-विदेश में तैयारियां चल रही हैं। उन्होंने मन की बात की सौवीं कडी को लोगों से मिले स्नेह के प्रति आभार प्रकट किया।
21 जून को हम वर्ल्ड योगा डे भी मनाएंगे। उसकी भी देश-विदेश में तैयारियां चल रही हैं। आप इन तैयारियों के बारे में भी अपने मन की बात मुझे लिखते रहिये। किसी और विषय पर कोई और जानकारी अगर आपको मिले तो वो भी मुझे बताइयेगा।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज से तीन दिन की यात्रा पर पश्चिमी अफ्रीकी देश नाइजीरिया जा रहे हैं। वे कल नाइजीरिया के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू के शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। यह किसी भी भारतीय रक्षा मंत्री की नाइजीरिया की पहली यात्रा है।
अमरीका में सरकार की ऋण सीमा 31 ट्रिलियन डॉलर से बढाने के मुद्दे पर राष्ट्रपति जो बाइडन और अमरीकी संसद के अध्यक्ष तथा रिपब्लिकन पार्टी के केबिन मैकार्थी के बीच सैद्धांतिक सहमति बन गई है। इस मुद्दे पर दोनों के बीच कई महीनों से गतिरोध बना हुआ था।
राष्ट्रपति बाइडन ने इस समझौते को एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। उधर, मैकार्थी ने कहा है कि यह समझौता अमरीकी जनता के हित में है, लेकिन इसे कार्यरूप देने के लिए अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर 31 मई से 3 जून के बीच भारत के आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे।
भारत यात्रा के दौरान नेपाल के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति द्रोपद्री मुर्मु और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड से मुलाकात करेंगे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ भारत और नेपाल के बीच द्विपक्षीय साझेदारी से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों को लेकर गहन विचार-विमर्श करेंगे।
आईपीएल क्रिकेट के फाइनल मुकाबले में आज गुजरात टाइटन्स का मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स से होगा। मैच शाम साढ़े सात बजे अहमदाबाद के स्टेडियम में खेला जायेगा।
कल गुजरात ने दूसरे क्वालीफायर मैच में मुंबई इंडियंस को हराकर फाइनल में प्रवेश किया।
मलेशिया मास्टर्स बैडमिंटन टूर्नामेंट के पुरुष सिंगल्स फाइनल में आज एच एस प्रणॉय का मुकाबला चीन के वेंग होंगयांग से होगा। प्रणॉय ने सेमीफाइनल में इंडोनेशिया के क्रिस्टियन एडिनाटा से वॉक ओवर मिलने के बाद फाइनल में जगह बनाई।
खेल प्रतियोगिता के क्षेत्र में भारत को एक महान देश के रूप में स्थापित करने और जमीनी स्तर पर पर खेल आधारित संस्कृति को पुनर्जीवित करने के लिए इसकी मजबूत रूपरेखा तैयार करने के उद्देश्य से खेलो इंडिया कार्यक्रम की शुरूआत की गई है।
खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत उच्चाधिकार प्राप्त समिति द्वारा चयनित प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को विभिन्न स्तरों पर प्राथमिकता वाले खेल विधाओं में वार्षिक वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। वर्तमान में खेलो इंडिया योजना के तहत 67 साईं प्रशिक्षण केन्द्रों में 14 सौ लड़कियों सहित करीब तीन हजार आठ सौ 65 एथलीट अपनी प्रतिभा को निखार रहे हैं। देश में खेलो इंडिया युवा खेल और खेलो इंडिया युनिवर्सिटी खेल युवाओं को अपनी प्राकृतिक प्रतिभा को दिखाने के लिए महत्वपूर्ण मंच प्रदान कर रहे हैं। वर्तमान में देशभर में साईं के नब्बे केन्द्र हैं जिसमें से साठ केन्द्रों ने खेलो इंडिया केन्द्र में परिवर्तित होने के लिए अपनी सहमति प्रदान कर दी है। इसके अलावा देशभर में चार सौ पचास से अधिक अन्य केन्द्रों को नये खेलों इंडिया केन्द्रों के रूप में अधिसूचित किया गया है। खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सिलेंस सरकार की एक और महत्वपूर्ण परियोजना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक राज्य में एक मौजूदा केन्द्र को उच्च प्रदर्शन प्रशिक्षण संस्थान के रूप में परिवर्तित किया जा रहा है। अब तक 27 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में 28 केन्द्रों को इस श्रेणी में अधिसूचित किया गया है। खेलो इंडिया के अंतर्गत तीरंदाज़ी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केट बॉल, बॉक्सिंग, फुटबॉल, जिम्नास्टिक्स, हॉकी, जुडो, कबड्डी, खोखो, निशानेबाज़ी, तैराकी, बॉलीवॉल, भारोत्तोलन और कुश्ती जैसे सभी लोकप्रिय खेलों में भाग लेने के लिए एथलीटों को चयनित और शिक्षित किया जा रहा है। संजीव शर्मा, आकाशवाणी समाचार, भोपाल।
स्वतंत्रता सेनानी वीर विनायक दामोदर सावरकर की 140वीं जयंती पर नए संसद भवन में आज उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
महाराष्ट्र में विभिन्न स्थानों पर 'सावरकर विचार जागरण सप्ताह' का आयोजन किया गया है।
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