श्रीलंका चार फरवरी को अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाएगा। राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने मुख्य समारोह मितव्ययिता के साथ करने के निर्देश दिए हैं। इसके अतिरिक्त कैंडी में टूथ रेलिक मंदिर में एक विशेष धार्मिक कार्यक्रम भी होगा। श्रीलंका के राष्ट्रपति ने संसद में पिछले सप्ताह कहा था कि स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित न होने का प्रभाव नकारात्मक होगा। उन्होंने यह भी कहा था कि इन आयोजनों पर न्यूनतम खर्च किया जाएगा।
श्रीलंका इन दिनों गहरे आर्थिक संकट से गुजर रहा है। श्रीलंकाई शासन ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष से बेलआउट पैकेज देने का अनुरोध किया है। श्रीलंका की मदद के लिए अब तक अंतराष्ट्रीय मुद्राकोष को वित्तीय आश्वासन देने वाला एक मात्र देश भारत है। भारत ने आर्थिक संकट से बाहर निकालने के लिए श्रीलंका को पिछले वर्ष भी चार अरब डॉलर की सहायता दी थी।