राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वरिष्ठ अधिवक्ता शांति भूषण के निधन पर दु:ख व्यक्त किया है। राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा कि प्रख्यात वकील और पूर्व केन्द्रीय कानून मंत्री के निधन के साथ एक युग का अंत हो गया है। अपने संदेश में उन्होंने कहा कि शांति भूषण हमेशा अपने सिद्धांतों पर अडिग रहे। उन्होंने कहा कि उन्होंने राजनीति और न्याय व्यवस्था दोनों पर अपनी छाप छोड़ी है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने शोक संदेश में कहा कि शांति भूषण ने न्याय प्रणाली और लोक कार्यों में उल्लेखनीय योगदान किया। श्री धनखड़ ने कहा कि शांति भूषण का निधन भारत के विधि समुदाय के लिए बहुत बड़ी क्षति है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वरिष्ठ अधिवक्ता शांति भूषण के निधन पर दु:ख जताया है। श्री मोदी ने अपने शोक संदेश में कहा कि श्री शांति भूषण को कानूनी क्षेत्र में उनके योगदान और वंचितों के पक्ष में आवाज उठाने के लिए याद किया जाएगा। पूर्व केन्द्रीय कानून मंत्री और वरिष्ठ अधिवक्ता शांति भूषण का कल उत्तर प्रदेश के नोएडा में निधन हो गया था। वे 97 वर्ष के थे। वे 1977 से 1979 तक भारत के कानून मंत्री रहे।