केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अलग से सहकारिता मंत्रालय बनाए जाने के बाद से देश में सहकारी आंदोलन को एक नया जीवन मिला है। आज शाम मुंबई विश्वविद्यालय में लक्ष्मणराव इनामदार स्मृति व्याख्यान देते हुए, श्री शाह ने कहा कि सहकारी मॉडल एक मानव केंद्रित मॉडल है जो कम से कम पूंजी रखने वाले लोगों को भी देश के आर्थिक विकास में योगदान करने का अवसर देता है। अमूल का उदाहरण देते हुए श्री शाह ने कहा कि महज 12 महिलाओं से शुरू हुई श्वेत क्रांति अब 60 हजार करोड़ का कारोबार बन चुकी है, जिसमें 36 लाख महिलाएं कार्यरत हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने क्रेडिट सीमा बढ़ाकर और अधिक शाखाएं खोलने तथा माइक्रो एटीएम संचालित करने की अनुमति देकर शहरी सहकारी क्षेत्र को आगे बढने में मदद की है।