केन्या के एवोकाडो को आज नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में भारतीय बाजार में लाने की शुरूआत की गयी। ये कार्यक्रम केन्या उच्चायोग और एसोचैम द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। एवोकाडो पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और मोनो-सैचुरेटेड एसिड का अच्छा स्रोत होते हैं।
इस अवसर पर विदेश मंत्रालय में पूर्वी और दक्षिणी अफ्रीका प्रभाग की उप सचिव स्वधा रिज़वी ने कहा कि एवोकाडो को सिर्फ एक उत्पाद के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए बल्कि दोनों देशों के बीच एक सांस्कृतिक प्रवेश द्वार के रूप में देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एवोकाडो केन्या के इतिहास, संस्कृति और भावनाओं का प्रतिनिधित्व करता है। सुश्री रिज़वी ने कहा कि इससे मजबूत और बहुआयामी साझेदारी के साथ द्विपक्षीय संबंधों में सुधार होगा। उन्होंने इसे दोनों देशों की कूटनीति में एक मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि सरकार को विश्वास है कि एवोकाडो की भारतीय बाजार तक पहुंच से दोनों देशों के व्यापार संबंधों को और मजबूती मिलेगी।
इस अवसर पर भारत में केन्या के उप उच्चायुक्त आइरीन ओलू ने बताया कि केन्या एवोकाडो के उत्पादन का लगभग 23 प्रतिशत निर्यात करता है। उन्होंने कहा कि एवोकाडो के बढ़ते उत्पादन के लिए बाजार में पहुंच बढ़ाना होगा।