आज महिलाएं उद्यमिता, कौशल विकास, खेल, स्वास्थ्य और वित्त सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सफलता का परचम लहरा रही हैं। इन्हीं सफलताओं का जश्न मनाने और उनकी कहानी दुनिया के सामने लाने के लिये केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी आकाशवाणी पर एक नया कार्यक्रम ‘नई सोच नई कहानी’ लेकर आई हैं। यह साप्ताहिक कार्यक्रम हर बुधवार सुबह 9 बजे आकाशवाणी पर प्रसारित किया जाता है।
इस कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने उन सभी महिलाओं से मुलाकात की है जो भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजना जैसे मुद्रा योजना,कौशल विकास योजना जैसे अनेक योजनाओं का लाभ उठाकर न केवल आत्मनिर्भर बनी बल्कि आज वो पूरे देश की महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं। महिलाओं की सफलता पर आधारित कार्यक्रम ‘नई सोच नई कहानी’ के हर भाग में आप न केवल अलग -अलग क्षेत्र में मिसाल बन रही महिलाओं की कहानी सुनेंगे बल्कि उनका वार्तालाप भी सुन सकेंगे।
कार्यक्रम ‘नई सोच नई कहानी’ की 15 नवंबर को प्रसारित कड़ी में भारत सरकार के दो सचिव सुभाष दास और अतुल तिवारी ने श्रोताओं को उद्यमशीलता को लेकर केंद्र की मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रही एमएसएमई योजना जैसी अनेक योजनाओं की जानकारी विस्तारपूर्वक दी। साथ ही उन्होंने वर्तमान एमएसएमई में पंजीयन की प्रक्रिया के साथ ही महिलाओं को इस स्कीम से जुड़कर बाजार में लाभ उठाने के कई उपायों पर भी चर्चा की। उन्होंने भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही कौशल विकास योजना से हुनर का उपयोग कर सफल होने को लेकर जानकारी भी श्रोताओं को दी जिसमें अब तक प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से अब तक 60 लाख महिलाओं को ट्रेनिंग मिली है।
‘नई सोच नई कहानी’ कार्यक्रम की इस ताजा कड़ी में गाजियाबाद की प्रियांशी की सफलता की कहानी साझा की गई। प्रियांशी अपने घर की पहली महिला है जिन्होंने 2014 के बाद एमएसएमई से भारत सरकार के मंत्री की मदद से मात्र 3 दिन में लोन लेकर मॉड्यूलर किचन की फैक्ट्री खड़ी की है। इसकी मदद से प्रियांशी आज 50 से 60 लोगों को रोजगार दे रही हैं। इसी कड़ी में मुलाकात हुई प्रधानमंत्री स्व निधि योजना का लाभ पाने वाली महिलाएं शीला, राफिया,और गुड़िया झा से जिसमें शीला सब्जी ,गुड़िया फल और राफिया कुर्ती का बिजनेस करती हैं। प्रधानमंत्री स्व निधि योजना के तहत प्राप्त किए गए लोन से महिलाओं ने आज न केवल अपने व्यापार का विस्तार किया बल्कि प्रधानमंत्री मोदी को भी इन योजनाओं के लिए धन्यवाद दिया जिससे उनकी कमजोर आर्थिक स्थिति से निकलने में मदद की। इन महिलाओं के साथ ही प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का लाभ लेने वाली अन्य महिलाओं से भी मुलाकात की।
साल 2015 में शुरू हुई प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से अब तक देश में ₹30 लाख करोड़ की लागत से 40 करोड़ लोगों को लाभ मिला है जिसमें 70 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं। हरियाणा में मिठाई बनाने वाली महिला ने मुद्रा योजना से लाभ लेकर आज खुद का कारोबार स्थापित किया है और दूसरों को भी रोजगार दिया है। वहीं हरियाणा की ही गांव में पंच चुनी गई नीलम ने भी स्वयं सहायता समूह से जुड़कर सरकार से मुद्रा योजना के माध्यम से अभी तक 3 लाख तक का लोन ले चुकी हैं और अब आत्मनिर्भर होकर अपना जीवन यापन कर रही है। साथ ही कार्यक्रम की इस कड़ी में भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्किल कोर्स करके अपने भविष्य का निर्माण करने वाली महिलाओं के जज्बे को लेकर भी चर्चा हुई।