उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर इस वर्ष फरवरी में बढ़कर छह दशमलव शून्य-सात प्रतिशत पर पहुंच गयी। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के आज जारी आंकड़ों के अनुसार यह दूसरा मौका है जब खुदरा महंगाई दर रिजर्व बैंक के निर्धारित छह प्रतिशत के दायरे से ऊपर बनी रही। खुदरा मुद्रास्फीति आठ महीने के उच्चस्तर पर पहुंच गयी है।
इस वर्ष फरवरी में थोक महंगाई दर पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में बढ़कर 13 दशमलव एक-एक प्रतिशत हो गई। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के आज जारी आंकड़ों के अनुसार मुख्य रूप से कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस, खनिज तेल, धातु, रसायन और खाद्य वस्तुओं की कीमते बढ़ने के कारण थोक मुद्रास्फीति में वृद्धि दर्ज हुई है।
थोक महंगाई दर फरवरी में लगातार 11वें महीने दोहरे अंकों में बनी रही। इस वर्ष जनवरी में यह 12 दशमलव नौ-छह प्रतिशत थी जबकि पिछले वर्ष फरवरी में थोक महंगाई दर 4 दशमलव आठ-तीन प्रतिशत थी।