आज गुरू पूर्णिमा है। इसे व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन आध्यात्मिक गुरुओं और आचार्यों को समर्पित होता है। इस अवसर पर लोग अपने गुरुओं के प्रति अहोभाव प्रकट करते हैं, जिन्होंने उनका पथ-प्रदर्शन किया है और जीवन को नई दिशा दी है।
भगवान बुद्ध ने सम्बोधि प्राप्त होने पर बोधगया से सारनाथ की यात्रा की थी और आज ही के दिन अपना पहला धर्मोपदेश दिया था। इसलिए, बुद्ध के अनुयायियों के लिए भी आज का दिन कृतज्ञता ज्ञापन का होता है।