विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रियाई चांसलर कार्ल नेहमर के बीच बातचीत का केंद्र बिंदु आतंकवाद, भारत-यूरोपीय संघ संबंध और रूस-यूक्रेन संघर्ष थे। वियना में मीडिया से बातचीत में श्री क्वात्रा ने कहा कि दोनों नेता आतंकवाद की स्पष्ट निंदा करने और साइबरस्पेस में जिस तरह से यह खतरा मौजूद है, उससे निपटने की चुनौती पर एकमत थे। उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने भारत में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर अपनी बात रखी।
विदेश सचिव ने कहा कि ऑस्ट्रियाई चांसलर और भारतीय प्रधानमंत्री ने वैश्विक विकास के संदर्भ में भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते के महत्व पर चर्चा की। श्री क्वात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि भारत आगे बढ़ने के लिए तैयार है, लेकिन यूरोपीय संघ को भी साथ आना होगा। उन्होंने कहा कि यह अवसर न केवल भारत-यूरोपीय संघ साझेदारी के लिए बल्कि वैश्विक आर्थिक विकास पर इसके संभावित प्रभाव के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह विभिन्न क्षेत्रों में दो प्रमुख आर्थिक संचालकों को जोड़ेगा।
विदेश सचिव ने कहा कि दोनों नेताओं ने रूस-यूक्रेन संघर्ष पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने इस मुद्दे पर भारत के दृष्टिकोण के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कहा कि यह युद्ध का समय नहीं है केवल बातचीत और कूटनीति ही समाधान का रास्ता है। श्री मोदी ने कहा कि बातचीत में भारत पूर्ण सहयोग देगा।
श्री क्वात्रा ने कहा कि बातचीत में वियना स्टार्टअप ब्रिज का भी संदर्भ दिया गया क्योंकि यह एक संपन्न और उभरता हुआ स्थान है। भारत-ऑस्ट्रिया स्टार्टअप ब्रिज को इस साल फरवरी में दोनों देशों के बीच परस्पर सहयोग और ज्ञान साझा करने वाले स्टार्टअप की सुविधा के उद्देश्य से शुरू किया गया था।