प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्तमान युग को भारत के लिए स्वर्ण युग कहा है। उन्होंने कहा कि देश अपने अमृतकाल का साक्षी बन रहा है और आगामी 25 वर्ष में इसका उद्देश्य भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है। श्री मोदी ने कहा कि विकसित राष्ट्र के विजन को प्राप्त करने में गुजरात की एक बड़ी भूमिका होगी।
प्रधानमंत्री ने आज अहमदाबाद के गुजरात खनिज विकास निगम–जीएमडीसी मैदान में आठ हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद यह बात कही। उन्होंने अहमदाबाद और भुज के बीच देश की पहली नमो भारत रेपिड रेल और छह अन्य वंदे भारत रेलगाडियों को वर्चुअल माध्यम से झंडी दिखाकर रवाना किया।
श्री मोदी ने कहा कि उनके तीसरे कार्यकाल का पहले सौ दिन सभी के लिए प्रभावशाली विकास लेकर आया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने समाज के प्रत्येक वर्ग के कल्याण के लिए पिछले सौ दिनों के दौरान अभूतपूर्व निर्णय लिये हैं। श्री मोदी ने कहा कि पिछले सौ दिनों के दौरान रेल, सडक, बंदरगाह और हवाई संपर्क से जुडी कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया है।
उन्होंने कहा कि यह रेपिड रेल मध्यम वर्ग परिवारों के लिए एक शहर से दूसरे शहर के बीच आरामदायक रेल यातायात की सुविधा प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री ने आने वाले दिनों में देश के अन्य हिस्सों में नमो भारत रेपिड रेल के शुभांरभ की योजनाओं का भी अनावरण किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की वैश्विक छवि बदल चुकी है। अब हर देश अपनी समस्याओं का समाधान तलाशने के लिए भारत की ओर देख रहा है।
गुजरात के अवसंरचना विकास की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वो दिन दूर नहीं जब गुजरात भारत को पहला भारत में निर्मित परिवहन विमान की सौगात देगा।
जिन छह वंदे भारत रेलगाडियों को आज झंडी दिखाकर रवाना किया गया उनमें नागपुर से सिकंदराबाद, कोल्हापुर से पुणे, आगरा कैंट से बनारस, दुर्ग से विशाखापत्तनम, पुणे से हुबली और वाराणसी से दिल्ली तक पहली 20 कोच वाली वंदे भारत रेलगाडी शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने पीएम आवास ग्रामीण योजना के अंतर्गत 30 हजार से अधिक घरों को स्वीकृति दी। श्री मोदी ने इन घरों के लिए पहली किस्त भी जारी की। इसके अलावा पीएम आवास ग्रामीण योजना के अंतर्गत घरों के निर्माण कार्य का भी शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर श्री मोदी ने समखियाली-गांधीधाम और गांधीधाम-आदिपुर रेलवे लाईन को चौगुनी करने और अहमदाबाद में महत्वपूर्ण सडकों तथा पुलों के निर्माण कार्य की वर्चुअल माध्यम से आधारशिला भी रखी।