राजधानी दिल्ली के भारत मंडपम में चल रहे चार-दिवसीय वर्ल्ड फूड इंडिया उत्सव के दूसरे-दिन आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने वैश्विक खाद्य नियामक शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने खाद्य सुरक्षा प्रणालियों में सुधार के लिए निरंतर सहयोग, नवाचार और प्रतिबद्धताओं का आह्वान किया है।
श्री नड्डा ने आगे कहा कि तेजी से हो रहे वैश्वीकरण, तकनीकी प्रगति और बढ़ती उपभोक्ता प्राथमिकताएं, खाद्य प्रणालियों को नया रूप दे रही हैं। श्री नड्डा ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों को पुरस्कार भी प्रदान किये। केरल को पहले, तमिलनाडु को दूसरे और जम्मू-कश्मीर को तीसरे स्थान के लिए पुरस्कृत किया गया। गुजरात को विशेष उल्लेख पुरस्कार दिया गया।
इस अवसर पर खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने खाद्य नियामकों, अनुसंधान संगठनों और उपभोक्ता मामलों के विभागों के बीच सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देने पर जोर दिया। श्री जोशी ने एफएसएसएआई की ईट राइट पहल की सराहना की।
इस अवसर पर श्री नड्डा और श्री जोशी ने भारत के खाद्य आयात अस्वीकृति चेतावनी पोर्टल-एफ आई आर ए सहित दो डिजिटल प्लेटफॉर्म भी शुरू किए। दोनों मंत्रियों ने दूरदर्शन में बाजरा रेसिपी शो की भी शुरूआत की और छठा राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक 2023-24 भी जारी किया।
वहीं, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण को मजबूत करने से किसानों को मदद मिलने के साथ ही देश में रोजगार सृजन होगा, जो भारतीय अर्थव्यवस्था को और मजबूत करने में भी मदद करेगा।
विश्व फूड इंडिया 2024 में हिस्सा ले रहे देश भर के खाद्य उत्पाद निर्माताओं ने आकाशवाणी से बातचीत में अपने अनुभव साझा किये हैं।