भारतीय म्यूचुअल फंड संघ ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की अध्यक्ष माधवी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच के खिलाफ हाल की हिंडनबर्ग रिपोर्ट की आलोचना की है। संघ ने एक बयान में कहा कि हिंडनबर्ग बाजार का भरोसा तोड़ने और विश्व की सबसे तेज गति से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था के प्रगति पथ में अनावश्यक व्यवधान डालने की कोशिश कर रहा है।
भारतीय म्यूचुअल फंड संघ ने कहा कि सेबी की अध्यक्ष पर आरोप न केवल भारतीय पूंजी बाजार में उनके योगदान को नजरअंदाज करता है, बल्कि यह देश की आर्थिक प्रगति को भी कम करके आंकता है। हिंडनबर्ग के दावों में सही संदर्भ और भारतीय नियामक तंत्र के प्रति समझ का अभाव है। इसका उद्देश्य कठिन परिश्रम से अर्जित देश की उपलब्धियों को धूमिल करना है।
उद्योग निकाय ने कहा कि बाजार नियामक सेबी ने एक ऐसा सक्रिय बाजार सृजित किया है, जिसमें स्थानीय और वैश्विक निवेशकों का पूरा भरोसा है। संघ ने कहा कि सेबी की मौजूदा अध्यक्ष के नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण प्रयास किए गए हैं और सेबी के विनियमों ने म्यूचुअल फंड को सर्वाधिक पारदर्शी और प्रभावी वित्तीय उत्पाद बनाया है।