भारत ने मॉर्गन स्टेनली कैपिटल इंटरनेशनल के इमर्जिंग मार्केट्स इन्वेस्टेबल मार्केट सूचकांक में चीन को पीछे छोड़ दिया है। सूचकांक में भारत का वेटेज 22 दशमलव दो-सात प्रतिशत रहा, जबकि चीन का वेटेज 21 दशमलव पांच-आठ प्रतिशत रहा। इसकी घोषणा मॉर्गन स्टेनली ने की।
भारत के बाजारों को अनुकूल व्यापक आर्थिक स्थितियों से लाभ हुआ है। हाल के दिनों में, देश ने भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत व्यापक आर्थिक बुनियादी सिद्धांतों के साथ-साथ कॉरपोरेट्स के शानदार प्रदर्शन के कारण अधिक निवेश प्राप्त हुआ है।
इसके अलावा, भारतीय इक्विटी बाजार में व्यापक आधार पर लाभ हुआ है। यह लाभ लार्ज कैप के साथ-साथ मिड-कैप और स्मॉल-कैप सूचकांकों में भी प्रदशर्शित होता है। इस सकारात्मक प्रवृत्ति में योगदान देने वाले प्रमुख कारकों में इस वर्ष की शुरुआत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में 47 प्रतिशत की वृद्धि, कच्चे तेल की कीमतों में कमी और भारतीय ऋण बाजारों में पर्याप्त विदेशी निवेश शामिल हैं।
बाजार विश्लेषकों के अनुसार, सूचकांक में इस बदलाव के बाद भारत में लगभग साढे चार अरब डॉलर के निवेश की संभावना है।