स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने देश की फार्मेसी ऑफ द वर्ल्ड की प्रतिष्ठा के अनुरूप एक विश्व स्तरीय दवा नियामक ढांचा बनाने पर जोर दिया है। उन्होंने उत्पादों की उच्चतम गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए दवा और चिकित्सा उपकरण उद्योग के साथ निरंतर बातचीत पर भी बल दिया।
श्री नड्डा ने आज दवाओं, सौंदर्य प्रसाधनों और चिकित्सा उपकरणों के विनियमन पर एक समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि दवाओं के उत्पादक और निर्यातक के रूप देश, वैश्विक स्तर पर आगे है। इसके अनुरूप उन्होंने केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन-सीडीएससीओ पर वैश्विक मानकों को प्राप्त करने के लिए समयसीमा के साथ एक रोडमैप तैयार करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि निर्यात की जाने वाली दवाओं की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए उचित प्रणाली तैयार की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, दवा नियामक संस्था और उद्योग को पारदर्शिता के उच्चतम सिद्धांतों पर काम करना चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि देश द्वारा निर्मित और बेचे जाने वाले उत्पाद वैश्विक गुणवत्ता मानकों के उच्चतम सूचकांकों को पूरा करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे तंत्र विकसित करने पर ध्यान देना चाहिए, जो नियामक आवश्यकताओं के भीतर दवा उद्योग के लिए व्यापार को आसान बनाए।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों की समस्याओं पर, मंत्री ने अधिकारियों और हितधारकों से कहा कि वे उनकी समस्याओं को समझकर उनकी क्षमता और उत्पादों की गुणवत्ता को मजबूत करने के लिए उनका समर्थन करें।