लोकसभा में आज 2025 के ओलंपिक खेलों के लिए भारत की तैयारियों पर चर्चा हुई। सदन में चर्चा की शुरुआत करते हुए भारतीय जनता पार्टी के डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने देश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि खेलों के लिए 2014 में एक हजार दो सौ 19 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था जिसे बढ़ाकर अब 3 हजार तीन सौ 97 करोड़ रुपये कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पेरिस ओलंपिक खेलों के लिए 16 अलग अलग प्रतिस्पर्धाओं में भेजे जाने वाले एथलीटों पर कुल चार सौ 70 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
डॉ. जयसवाल ने कहा कि सरकार खिलाड़ियों को हर तरह का प्रशिक्षण और सुविधाएं मुहैया करा रही है ताकि वे खेलों में बेहतर प्रदर्शन कर पदक जीत सकें। भाजपा के एक अन्य सदस्य राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि देश में खेलों को प्रोत्साहित करना सांसदों की भी जिम्मेदारी है। चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने खेलों में राजनीति के प्रभाव का मुद्दा उठाया। इस पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों और खेलों के लिए सरकार ने जो कदम उठाए हैं वो पिछले 75 साल में किसी सरकार ने नहीं उठाए।
समाजवादी पार्टी के नीरज मौर्य ने पेरिस ओलंपिक में भाग लेने जा रहे भारतीय खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। तृणमूल कांग्रेस के कीर्ति आजाद ने सरकार से जानना चाहा कि उसने भारतीय खिलाडियों को प्रशिक्षित करने के लिए क्या कदम उठाए हैं। चर्चा में डी एम के पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल यूनाइटेड के सदस्यों ने भी भाग लिया।