राज्यसभा में, आज सत्ताधारी और विपक्षी सदस्यों के बीच अडानी समूह के खिलाफ कथित रिश्वत के आरोपों और अमरीका स्थित जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन और कांग्रेस नेताओं के बीच मिलीभगत के आरोप-प्रत्यारोपों के कारण हुए हंगामे के चलते सदन की बैठक दिनभर के स्थगित कर दी गई।
प्रथम स्थगन के बाद सदन की बैठक दो बजे जब फिर से शुरू हुई तो दोनों पक्षों के सदस्यों ने नारेबाजी का सिलसिला जारी रखा। सभापति जगदीप धनखड ने शोरशराबे के बीच कार्यवाही जारी रखने की कोशिश की। जनता दल सेक्यूलर के सांसद एच डी देवेगौडा ने सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस देने के लिए विपक्ष की आलोचना की। उन्होंने कहा कि विपक्ष को सदन चलने देना चाहिए। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने सभापति पर पक्षपात करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी सदस्य कांग्रेस पार्टी के खिलाफ निराधार आरोप लगा रहे हैं और सभापति उन्हें बढावा दे रहे हैं। श्री खरगे ने कहा कि सभापति की भूमिका अम्पायर की तरह होनी चाहिए, लेकिन वे अपने कर्तव्य का निवर्हन करने की बजाए पक्षपातपूर्ण ढंग से काम कर रहे हैं। श्री खरगे की टिप्पणी के दौरान दोनों पक्षों के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी जारी रखी। हंगामे के कारण सभापति ने सदन की बैठक दिनभर के लिए स्थगित कर दी।