मोबाइल ऐप्प
डाउनलोड करें

android apple
signal

सितम्बर 5, 2023 5:30 अपराह्न | Himachal Pradesh | Shimla

printer

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने राज्य स्तरीय समारोह में 14 शिक्षकों को राज्य पुरस्कार से और 2 शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया

शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज राजभवन  में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में 14 शिक्षकों को राज्य पुरस्कार से और वर्ष 2022 के लिए 2 शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया। इस अवसर पर लेडी गवर्नर जानकी शुक्ल ने सभी पुरस्कार विजेताओं को पौधे और चित्र भी भेंट किए। भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के सम्मान में उनकी जन्म जयंती देशभर में शिक्षक दिवस के रूप में मनाई जाती है। राज्यपाल ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए कहा कि वह एक ईमानदार व्यक्त्तिव, महान दार्शनिक, प्रख्यात शिक्षाविद् और सक्षम प्रशासक थे। उन्होंने कहा कि उनके विचार भारतीय संस्कृति से गहरे से जुड़े हुए हैं और भारतीय परंपरा से जुड़ी शिक्षा को देश में दोबारा लागू किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आगामी 25 वर्षों को अमृत काल कहा है। उन्होंने कहा कि इस अमृत काल में हमें किसी न किसी रूप में देश के विकास में योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षक ही भावी पीढ़ी को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने में सक्षम बना सकते हैं। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज कई युवा नशे की गिरफ्त में हैं, जो देश के भविष्य के लिए चिंता का विषय है। नशे के विरूद्ध जन अभियान चलाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए। युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए और उनकी ऊर्जा को समाज निर्माण में लगाने में शिक्षक अहम भूमिका निभा सकते हैं। राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा का आधार बच्चे को अच्छा इंसान बनाना होना चाहिए। बच्चों के समग्र विकास का उद्देश्य एक सुदृढ़ राष्ट्र का निर्माण करना है। इसलिए शिक्षकों का दायित्व है कि वे विद्यार्थियों को नैतिक मूल्यों पर आधारित शिक्षा प्रदान करें।राज्यपाल ने कहा कि शिक्षण जिम्मेदारी से पूर्ण एक महान पेशा है। शिक्षकों के विचार, आचरण और चरित्र से विद्यार्थी प्रभावित होते हैं, इसलिए उन्हें निष्ठापूर्ण कत्तव्यों का पालन करना चाहिए। उन्होंने पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए शिक्षक वर्ग को अधिक प्रतिबद्धता और समर्पण भावना के साथ कार्य करने आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने 34 वर्षों बाद देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की है। वर्तमान परिदृश्य में सभी को समग्र और सस्ती शिक्षा तथा कौशल विकास प्रदान करने वाली इस नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का कार्यान्वयन चुनौतीपूर्ण है।

सर्वाधिक पठित

सम्पूर्ण जानकारी

09/02/25 | 8:17 अपराह्न

परीक्षा पे चर्चा

08/02/25 | 7:40 अपराह्न

विधानसभा उपचुनाव

02/02/25 | 3:15 अपराह्न

हेरोइन की खेप बरामद

30/01/25 | 9:00 अपराह्न

सर्वदलीय बैठक

30/01/25 | 8:43 अपराह्न

सीबीआई ने ली तलाशी

02/01/25 | 9:04 अपराह्न

शीतलहर का अनुमान

01/01/25 | 7:59 अपराह्न

ऑपरेशन बुलेट राजा

23/11/24 | 4:39 अपराह्न

झारखंड ताज़ा रुझान 

22/09/24 | 9:03 अपराह्न

खेल की दुनिया से….

21/07/24 | 11:28 पूर्वाह्न

आज गुरू पूर्णिमा है