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माॅक ड्रिल: करसोग में हुई भूस्खलन की घटना, प्रशासन ने समय रहते सभी प्रभावितों को सुरक्षित बचाया

माॅनसून सीजन के दौरान होने वाली भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदा की घटना से निपटने व आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत करसोग बाईपास पर भूस्खलन की घटना पर आधारित माॅक ड्रिल का आयोजन किया गया। एसडीएम करसोग राज कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस माॅक ड्रिल में भूस्खलन की आपदा आने पर घटना स्थल पर फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने, उन्हें प्राथमिक उपचार और स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने के साथ ही राहत और बचाव संबंधी तैयारियों की समीक्षा की गई।

सुबह के लगभग 9 बजे करसोग के बरल बाईपास के समीप अचानक भूस्खलन होने की सूचना मिलती है। हादसे में एक गाड़ी में 3 लोगों के दबने की सूचना उपमंडल प्रशासन ने पास प्राप्त होने पर एसडीएम की अध्यक्षता में लोगों को सुरक्षित बचाने व राहत पहुंचाने में उपमंडल स्तर पर गठित आईआरटी टीम सक्रिय हो गई। आई आरटी टीम की ओर से तुरंत इस संबंध में कार्रवाई करते हुए डिग्री काॅलेज में इंसीडेंट स्टेजिंग एरिया, इन्सीडेंट कमांड सेंटर और रिलिफ केंद्र तैयार कर लोगों को बचाने व राहत कार्य शुरू किया। भूस्खलन के मलबे में फंसी गाड़ी में सवार सभी लोगों को सुरक्षित बचा लिया।
हादसे की सूचना मिलते ही तुरंत उपमंडल प्रशासन और आईआरटी टीम में शामिल पुलिस, अग्निशमन विभाग, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी रेस्क्यू कार्य में जुट गए। मौके पर पंहुचे, दमकल विभाग, पुलिस, होमगार्ड के जवानों ने लोक निर्माण विभाग की मशीनरी की मदद से घटनास्थल पर फंसे लगभग एक दर्जन लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला गया।

भूस्खलन वाले हादसा स्थल पर कुल 12 लोग प्रभावित हुए है। गाड़ी में सवार 3 लोगों में से एक व्यक्ति को गंभीर चोटे आई है। जिसे करसोग अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद आईजीएमसी शिमला रैफर किया गया जबकि अन्य दो लोगों को मामूली चोटे आने के कारण उनका उपचार करसोग अस्पताल में करवाया गया। जबकि घटना स्थल के आसपास के क्षेत्र से अन्य 9 लोगों को प्रीकाॅसनरी तौर पर घटना स्थल से निकालकर रिलिफ केंद्र पहुंचाया ताकि उन्हें कोई नुकसान न पहुंचे, जो पूरी तरह से सुरक्षित है। उनके रहने और खाने की व्यवस्था प्रशासन की ओर से की गई थी। प्रशासन द्वारा आपदा में गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों के परिजनों को 10-10 हजार रूपए की फौरी राहत प्रदान की गई।

इस मौके पर एसडीएम ने कहा कि राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के दिशा निर्देशानुसार आयोजित इस माॅक ड्रिल का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य, इस प्रकार की आपातकालीन स्थितियों में प्रभावित लोगों के जीवन को बचाने, लोगों के जीवन को सामान्य बनाने, आपदा के समय राहत व बचाव के संबंध में उठाएं जाने वाले विभिन्न प्रभावी कदमों की तैयारियों को जांचना है। उन्होंने कहा कि हादसेे की सूचना मिलते ही आईआरटी टीम सक्रिय हो गई और प्रभावित लोगों को बचाने व राहत पहुंचाने के संबंध में जो आवशयक कदम उठाएं जाने थे, उन्हें समय रहते उठाकर सभी प्रभावितों को बचाया गया। उन्होंने कहा कि यह एक माॅक ड्रिल थी और इस तरह के अभ्यासों ने वास्तविक आपदा के दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को आपसी तालमेल से कार्य कर लोगों के बचाव व राहत कार्यो में मदद मिलती है।

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