बिहार में लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के लिए आठ संसदीय क्षेत्रों में चुनाव प्रचार तेज हो गया है। अंतिम चरण के प्रचार में भ्रष्टाचार, चुनाव घोषणापत्र और रोजगार पर आरोप और प्रत्यारोप का दौर चल रहा है।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने आज कई चुनाव रैलियां कीं। पार्टी अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस की पिछली सरकारों की कडी आलोचना की। श्री नड्डा ने जहानाबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनता दल भ्रष्टाचार और जंगलराज का दूसरा नाम है। उन्होंने आरा और नालंदा संसदीय क्षेत्रों में भी एनडीए के प्रत्याशियों के पक्ष में जनसभाएं कीं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने सासाराम और काराकट लोकसभा क्षेत्रों के कैमूर और दाउदनगर में जनसभाओं को संबोधित किया। श्री शाह ने कहा कि आंतरिक सुरक्षा और बाहरी मोर्चे पर भारत को एक मजबूत और स्थिर सरकार की आवश्यकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि आई एन डी आई गठबंधन प्रधानमंत्री के पद को म्यूजिकल चेयर बनाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनकेंद्रित और मजबूत सरकार दे सकते हैं जो देश के शत्रुओं को सटीक जवाब दे सकेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं पर विभाजन की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कैमूर जिले के मोहानिया में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार लोगों को पांच किलो मुफ्त राशन देने की बात करती है लेकिन उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि खाद्य सुरक्षा अधिनियम और मनरेगा कांग्रेस के नेतृत्व में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार लेकर आई थी। श्री खरगे ने पटना में एक रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि चुनाव प्रचार में भाजपा के नेता आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं।
राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने बक्सर, नालंदा, काराकट और पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र में कई रैलियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता बदले की राजनीति कर रहे हैं। श्री यादव ने कहा कि वह रोजगार की बात कर रहे हैं लेकिन भाजपा कहती है कि उन्हें चुनाव के बाद जेल भेज दिया जाएगा।