दुबई ग्लोबल एरोस्पेस शिखर सम्मेलन का सातवां संस्करण आज अबुधाबी के सेन्ट रेजि़स सादियात आइलैंड रिसोर्ट में शुरू हुआ। सम्मेलन में विश्व की एरोस्पेस आपूर्ति चेन से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इसमें उद्योगपति, सरकारी अधिकारी और अन्य विषयों के विशेषज्ञ, एरोस्पेस, अंतरिक्ष, रक्षा क्षेत्र और इसमें युवाओं को शामिल किए जाने तथा एरोस्पेस के नवाचारों पर विचार किया जाएगा। चर्चा में शामिल महत्वपूर्ण मुद्दों में एरोस्पेस, प्रौद्योगिकी, नीति निर्धारण और निवेश पर विशेष रूप से चर्चा की जाएगी। इसके अतिरिक्त कृत्रिम बुद्धिमता, विद्युत संचालक शक्ति और हाइड्रोजन ईंधन पर आधारित विमानों के बारे में विचार किए जाएंगे। संयुक्त राष्ट्र अमीरात के उप-राष्ट्रपति रामी अल सामरा ने भी अपने विचार व्यक्त किए और कहा कि विमानन क्षेत्र में आपार परिवर्तन के लिए कृत्रिम बुद्धिमता व्यापक भूमिका निभा सकता है।
सम्मेलन में अंतरिक्ष, यातायात, हवाई यात्रा की मांग और आधुनिक आवागमन के अतिरिक्त सुपरसॉनिक यात्रा और वैश्विक व्यापार में विमानों की भूमिका जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
वर्ष 2012 में ग्लोबल एरोस्पेस शिखर सम्मेलन की शुरुआत हुई थी, उस समय से लेकर अब तक इस संस्था ने बहुमूल्य योगदान दिया है। वर्ष 2035 तक एरोस्पेस की आर्थिक क्षमता एक खरब 80 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। इसके मद्देनजर इस शिखर सम्मेलन का बहुत महत्व माना जा रहा है।