केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा है कि समुचित और समयबद्ध फैसलों तथा आर्थिक सुधारों ने कोविड संकट से उबरने में भारत की सहायता की। बेंगलुरु में आज विचारक मंच के एक सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दौरान वैश्विक समुदाय ने भारत की भूमिका को पहचाना और इसे सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था के रूप में देखा।
वर्ष 2020 और 2022 के बीच कोविड और बाद में रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान पूरी दुनिया में आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया था। खाद्य सामग्री, ईंधन और उर्वरकों के मूल्य आसमान छूने लगे थे और राजस्व-संग्रह में गिरावट हो रही थी। संकट के समय जिन देशों ने अतिरिक्त मुद्रा का प्रवाह किया, वह देश आज दो अंकों में महंगाई का सामना कर रहे हैं।
बाजार की मांग में गिरावट आई है, ब्याज दर में बढ़ोतरी हुई है और अर्थव्यवस्था मंदी की ओर बढ़ रही है। लेकिन भारत ने गरीबों को अन्न उपलब्ध कराया। एमएसएमई की मदद की। महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को जीविका प्रदान की और टीके लगवाए। आर्थिक सुधारों ने प्रणाली को पारदर्शी बनाया और उद्यम करना आसान बनाया। देश के उद्यमियों, किसानों और युवाओं की क्षमता से अर्थव्यवस्था में तत्काल सुधार नजर आया।
वित्त मंत्री ने कहा कि कोविड संकट से उबरने में भारत के सिद्धांत को आज पूरी दुनिया ने पहचाना है।