कुशीनगर जिले में पिछले दस दिनों से मौसम के बदले रुख ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि धान की बाली निकलने के समय अधिक तापमान से उत्पादन प्रभावित हो सकता है। कृषि विज्ञान केन्द्र सेवरही के प्रभारी डाॅक्टर अशोक राय ने बताया कि धान की फसल के बेहतर उत्पादन के लिए अधिकतम तापमान अट्ठाइस से तीस डिग्री सेल्सियस और खेतों में पर्याप्त नमी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगैती किस्म की धान की प्रजातियों में बालियां निकलने का समय चल रहा है। किसानों को चाहिए कि अगर खेत सूख रहें हैं तो उसकी नियमित सिंचाई करते रहें।
Site Admin | सितम्बर 2, 2024 9:05 अपराह्न | UTTAR PRADESH NEWS