कर्नाटक में 14 सीटों के लिए दूसरे चरण के लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियां जोरशोर से प्रचार कर रही हैं। प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नरेंद्र मोदी ने चिकबल्लापुर से भाजपा उम्मीदवार सुधाकर और जनता दल सेक्युलर के कोलार से उम्मीदवार मल्लेश बाबू के समर्थन में चिकबल्लापुर निर्वाचन क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग समुदाय के लोग उनकी सरकार की नीतियों से लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने बताया कि 25 करोड़ से अधिक लोगों को निर्धनता से उबारा गया है। श्री मोदी ने कहा कि अनुसूचित जाति समुदाय के विद्यार्थियों की उच्च शिक्षा में दाखिले में 65 प्रतिशत, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग समुदाय के विद्यार्थियों के दाखिले में 45-45 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल सेक्युलर के नेता देवगौड़ा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार जब 2014 में सत्ता से गई तो राजकोष खाली हो गया था।
इस बीच, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री से सभी मतदाताओं को ये जानकारी देने को कहा है कि उनके घोषणा पत्र के वायदों में से कितने वायदे पूरे हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के घोषणा पत्र में किए गए वायदे के अनुसार सूर्यघर मुफ्त बिजली कार्यक्रम ने गरीबों पर बोझ बढा दिया है। इस कार्यक्रम में सौर पैनल की लागत गरीबों को उठानी पड रही है। उन्होंने यह भी कहा कि 2014 के घोषणा पत्र में प्रधानमंत्री द्वारा किए गए वायदों के अनुसार सभी राज्यों में एम्स की स्थापना नहीं की गई।
बाद में, प्रधानमंत्री मोदी ने कर्नाटक की राजधानी बैंगलुरू में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने देश को 2047 तक विकसित बनाने के लिए एक बार फिर चौबीस घंटे काम करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। श्री मोदी ने कहा कि भारत मोबाइल फोन का एक प्रमुख निर्यातक है। मोबाइल डेटा की दरें भी कम हुई हैं। उन्होंने कहा कि बैंगलुरू को मेट्रो लाईन, उप-नगरीय रेल परियोजना, आधुनिक हवाई अड्डे, सेटेलाइट टाऊन रिंग रोड और निजी क्षेत्र में वृद्धि के कारण रोजगार सृजन से लाभ हो रहा है। श्री मोदी ने कहा कि रियल इस्टेट क्षेत्र को विनियमित करने वाले रेरा अधिनियम, आवास ऋणों पर दी जाने वाली ब्याज सब्सिडी, जन-औषधि, मेक-इन-इंडिया और वंदे भारत परियोजनाओं से मध्यम वर्ग को लाभ हुआ है। उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि उसने बैंगलुरू को टैंकर शहर बना दिया है और लोगों को पानी माफिया के भरोसे छोड दिया है।