केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि माओवादियों के खिलाफ लड़ाई अब अपने अंतिम चरण में है। आज छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए श्री शाह ने कहा कि अब समय आ गया है कि वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ निर्मम रणनीति के साथ अंतिम प्रहार किया जाए।
उन्होंने कहा कि देश को मार्च 2026 तक नक्सल समस्या से पूरी तरह से मुक्त कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों के लिए जल्द ही एक नई आत्मसमर्पण नीति लेकर आएगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित सभी क्षेत्रों में कानून और व्यवस्था का शासन स्थापित करने के साथ ही उन क्षेत्रों में विकास की गति को तेज करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री ने आज रायपुर में माओवाद प्रभावित राज्यों की अंतर्राज्यीय समन्वय समिति की बैठक ली। इस बैठक में छत्तीसगढ़ सहित सात राज्यों के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक शामिल हुए। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी उपस्थित थे। बैठक में छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, मध्यप्रदेश, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र के मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशकों के अलावा केन्द्र और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह कल नवा रायपुर के सेक्टर-उन्नीस अटल नगर में ‘पीपल फॉर पीपल’ अभियान के तहत ‘एक पेड़ मां के नाम’ कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके अलावा वे स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत विभिन्न विकास कार्यों का उद्घाटन भी करेंगे। गृहमंत्री रायपुर स्थित नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के कार्यालय का भी उद्घाटन करेंगे तथा समीक्षा बैठक में भाग लेंगे। इसके बाद वे छत्तीसगढ़ में सहकारिता के विस्तार से संबंधित एक अन्य बैठक में भी शामिल होंगे।