केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने आज विपक्षी दलों पर जम्मू-कश्मीर में पुरानी व्यवस्था को वापस लाने और पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू करने की चाहत रखने का आरोप लगाया। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब तक शांति नहीं होगी, तब तक पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत नहीं होगी। वह जम्मू में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
श्री शाह ने कहा कि एनडीए सरकार आतंकवाद, “स्वायत्तता” को फिर से पनपने नहीं देगी और भाजपा सरकार द्वारा आरक्षण प्राप्त गुज्जर, पहाड़ी, बकरवाल और दलितों सहित किसी भी समुदाय के साथ अन्याय नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनाव ऐतिहासिक हैं क्योंकि मोदी सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद यह पहली बार राष्ट्रीय ध्वज और संविधान के तहत हो रहा है।
इससे पहले, जम्मू में एक जनसभा को संबोधित करते हुए श्री शाह ने विधानसभा चुनावों के बाद जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने का आश्वासन दिया।