मुख्य समाचारः -
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज शाम सात बजे परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों, अध्यापकों और अभिभावकों के साथ बातचीत करेंगे।
केन्द्र सरकार ने स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में 11 राज्यों में कोविड की स्थिति की समीक्षा की। कहा- मिशन मोड में प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण करें।
देश में अब तक 8 करोड़ 40 लाख से अधिक लोगों को कोविड वैक्सीन दी गई।
गुजरात सरकार का बीस शहरों में रात्रि कर्फ्यू का फैसला।
चंडीगढ़ में आज से रात का कर्फ्यू लगाया जाएगा।
भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण इस्तीफा देने वाले महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ सी.बी.आई. ने प्रारम्भिक जांच शुरू की।
लद्दाख प्रशासन, लेह पर्वतीय परिषद और भारतीय ताप बिजली निगम ने लेह जिले के तारू में पचास मेगावाट सौर परियोजना के लिए सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने टीकाकरण अभियान और कोरोना से स्वस्थ होने को देखते हुए वर्ष 2021 के दौरान भारत की विकास दर 12 दशमलव 5 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया।
ईरान के साथ परमाणु समझौता फिर बहाल करने के लिए वियना में हो रही बातचीत में अमरीका शामिल हो गया है।
आज विश्व स्वास्थ्य दिवस है।
और, फुटबॉल की चैम्पियन्स लीग के क्वार्टर फाइनल मैच में रियाल मेड्रिड ने लीवरपूल को 3-1 से पराजित किया।
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कोविड मरीजों की संख्या फिर से बढ़ रही है। श्रोताओं से अपील है कि कोई भी कोताही न बरतें। सुरक्षा के सभी उपायों का पालन करें और 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग नि:संकोच टीका लगवाएं।
सुरक्षित रहें और तीन आसान उपायों का पालन करें।
· मास्क पहनें
· दो गज दूरी, है जरूरी
· सुरक्षित दूरी बनाये रखें
· हाथ और मुंह साफ रखें
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज शाम सात बजे परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत करेंगे। कोविड महामारी को देखते हुए कार्यक्रम के इस संस्करण का आयोजन वर्चुअल रूप में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री विद्यार्थियों को तनाव मुक्त होकर परीक्षा की तैयारी करने और उसमें बैठने के बारे में अपने विचार और सुझाव साझा करेंगे।
एक ट्वीट में श्री मोदी ने कहा कि परीक्षा योद्धाओं, माता-पिता और शिक्षकों के साथ नये फॉरमेट में यादगार परिचर्चा होने की आशा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस दौरान कई दिलचस्प सवाल सामने आयेंगे।
समस्या तब होती है, जब हम एग्जाम को ही जैसे जीवन के सपनों का अंत मान लें। दरअसल एग्जाम जीवन को गढ़ने का एक अवसर है। ये राय मैं पीएम के रूप में नहीं दे रहा हूं लेकिन एक दोस्त के रूप में बताता हूं। आपकी सोच, मेरी सोच, आपके इरादे, मेरे इरादे, हम साथ-साथ ही हैं। मेरे दोस्त क्या कहेंगे, मम्मी-पापा क्या कहेंगे, वो तनाव कभी-कभी बोझ बन जाता है। देखिए दोस्तों खाली समय इसको खाली मत समझिए, ये खजाना है खजाना। अच्छी किताब, अच्छी मूवी, अच्छी कहानियां, अच्छी कविताएं, अच्छे मुहावरे या अच्छा अनुभव। ये सब एक प्रकार से ट्रेनिंग के ही टूल्स हैं। ये परीक्षा पे चर्चा है, लेकिन सिर्फ परीक्षा की ही चर्चा नहीं है।
शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम से विद्यार्थियों को परीक्षा के तनाव से मुक्त होने में मदद मिलेगी।
लगभग 14 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया, जिसमें कुछ अभिभावक भी हैं और कुछ अध्यापकगण भी हैं और ये भी हमारे लिए बहुत खुशी का विषय है कि दुनिया के लगभग 81 देशों के बच्चे प्रधानमंत्री जी के इस प्रेरक कार्यक्रम से सीधे जुड़े हैं और तनाव रहित परीक्षा कैसे दी जा सकती है, प्रधानमंत्री जी का जो अदभुत हमको मार्गदर्शन मिलता है, जो परीक्षाओं में हमारे लिए संजीवनी का काम करता है। मैं समझता हूं कि ये परीक्षा पे चर्चा का जो चौथा संस्करण है, ये दुनिया में अदभुत है, अभिनव है।
हमारे संवाददाता ने ख़बर दी है कि परीक्षा पे चर्चा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में व्यापक एग्जाम वारियर अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों के लिए तनाव मुक्त महौल तैयार करना है।
परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी छात्र-छात्राओं के सवालों का जवाब भी देंगे। इन छात्र-छात्राओं को एक ऑनलाइन रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता के माध्यम से चुना गया है, जो माय गोव प्लेटफॉर्म पर आयोजित किया गया था। परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के चौथे संस्करण में शामिल होने के लिए देश-दुनिया से चौदह लाख से ज्यादा लोगों ने अपना पंजीकरण कराया था। इनमें दस लाख से ज्यादा छात्र हैं, जबकि दो लाख साठ हज़ार शिक्षक और 92 हज़ार अभिभावक शामिल हैं। भाग लेने वाले साठ प्रतिशत से अधिक छात्र नौवीं और दसवीं कक्षा के हैं। पहली बार 81 विदेशी देशों के छात्रों ने परीक्षा पे चर्चा रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता में भाग लिया। चयनित प्रतिभागी अपने राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यालयों से ऑनलाइन कार्यक्रम में भाग लेंगे। दीपेंद्र के साथ अनुपम मिश्र, आकाशवाणी समाचार, दिल्ली।
परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम टीवी चैनलों, डिजिटल मीडिया प्लेटफार्मों पर देखा जा सकता है। यह कार्यक्रम ईडीयू मिन ऑड इंडिया, नरेन्द्र मोदी, पीएमओ इंडिया, डीडी न्यूज, राज्यसभा टीवी, स्वयंप्रभा जैसे फेसबुक और यूट्ब चैनलों पर शाम सात बजे से देखा जा सकेगा।
सरकार ने कहा है कि कोविड महामारी की दूसरी लहर को देखते हुए अगले चार सप्ताह के दौरान देश में स्थिति बहुत नाजुक होगी। सरकार का मानना है कि संक्रमण के बढते मामलों पर काबू पाने के लिए लोगों की भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण है। नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वी० के० पॉल ने नई दिल्ली में बताया कि कोरोना के बढते संक्रमण को देखते हुए कोविड नियमों का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे टीका जरूर लगवाएं। श्री पॉल ने यह भी कहा कि दुनिया भर में कही भी 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण नहीं किया जा रहा है।
पेंडेमिक को कंट्रोल करने के लिए सारी ताकत से जूझना है। वही टूल्स हैं हमारे, लेकिन उन टूल्स को हमने परफैक्ट तरीके से इम्प्लीमेंट करना है। चाहे वो कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर की बात हो, चाहे कंटेनमेंट की बात हो, चाहे टैस्टिंग की बात हो या अस्पतालों की तैयारी की बात हो या वैक्सीनेशन को पहुंचाने की बात हो। जिस एलिजिबल ग्रुप को मिलना चाहिए, जहां भी पेंडेमिक है, वहां मिलेगा, तो बचाव होगा, जान बचेगी।
सरकार ने यह भी कहा है कि भारत में कोरोना संक्रमण के मामले और इससे मरने वालों की संख्या, अन्य देशों की तुलना में अब भी सबसे कम बनी हुई है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि देश में प्रति दस लाख आबादी पर कोविड मरीजों की संख्या नौ हजार एक सौ 92 है, जबकि विश्व औसत 16 हजार सात सौ 83 है। उन्होंने बताया कि सितम्बर के मध्य में कोविड मरीजों की संख्या में काफी वृद्धि हुई, लेकिन इसके बाद लगातार इनकी संख्या कम होती गई और फिर इस महीने के पहले सप्ताह में इसमें बढोतरी शुरू हुई है। श्री भूषण ने बताया कि देश में इस समय सक्रिय मरीजों की संख्या सात लाख 88 हजार से अधिक है। उन्होंने बताया कि देश में दस ऐसे जिले हैं जिनमें संक्रमण के सबसे अधिक मरीज सामने आ रहे हैं। इनमें से सात महाराष्ट्र में और एक-एक कर्नाटक, छत्तीसगढ तथा दिल्ली में है। स्वास्थ्य सचिव ने बताया है कि देश के कुल सक्रिय मामलों का लगभग 58 प्रतिशत केवल महाराष्ट्र में है, जो बहुत चिंता की बात है।
श्री भूषण ने बताया कि केन्द्र सरकार ने महाराष्ट्र, छत्तीसगढ और पंजाब में भेजने के लिए 50 उच्च स्तरीय बहुआयामी जन स्वास्थ्य टीमें तैयार की हैं। ये महाराष्ट्र के तीस, छत्तीसगढ के 11 और पंजाब के नौ जिले में जाएंगी। ये टीमें संक्रमण पर नियंत्रण, निगरानी और कंटेनमेंट उपायों में इन राज्यों के स्वास्थ्य विभागों की सहायता करेंगे। स्वास्थ्य सचिव ने टीकाकरण के बारे में बताया कि देश में 80 से भी कम दिनों में आठ करोड़ टीके से अधिक कोविड की खुराक दी गई हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकारों के बीच अच्छे तालमेल के कारण यह संभव हुआ है।
देश में जो वैक्सीनेशन हो रहा है, उसमें कुछ राज्य हैं जो बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, तो इसलिए ये बात भी हम आपके सामने लाना चाहते हैं। तो अच्छा काम महाराष्ट्र में भी हो रहा है, वहां 81 लाख से ज्यादा लोगों को पहली डोज एडमिनिस्टर की जा चुकी हैं। आठ लाख से ज्यादा लोगों को दूसरी डोज भी एडमिनिस्टर की जा चुकी है। अच्छा काम गुजरात में हो रहा है, वहां 76 लाख से ज्यादा लोगों को पहली डोज दी जा चुकी हैं। आठ लाख 71 हजार को दूसरी डोज दी जा चुकी है। राजस्थान में 72 लाख 99 हजार लोगों को पहली डोज दी जा चुकी है। उत्तर प्रदेश में ऑलमोस्ट 72 लाख लोगों को पहली डोज, वेस्ट-बंगाल में 65 लाख लोगों को पहली डोज, कर्नाटक में 48 लाख लोगों को, मध्यप्रदेश में 44 लाख लोगों को और केरल में 40 लाख लोगों को पहली डोज दी जा चुकी है। दूसरी डोज के आंकड़े भी हमने आपको दिखाएं हैं।
देश में कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए अभी तक कुल मिलाकर आठ करोड़ 40 लाख टीके लगाये जा चुके हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि कल एक ही दिन में पांच लाख 62 हजार से अधिक टीके लगाये गये। इनमें चार लाख 57 हजार लोगों को वैक्सीन की पहली डोज़ दी गई, जबकि एक लाख पांच हजार व्यक्तियों को दूसरा टीका लगाया गया।
मंत्रालय ने बताया है कि 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के तीन करोड़ 44 लाख वरिष्ठजनों को कोविड वैक्सीन की पहली डोज़ और इस श्रेणी के आठ लाख 61 हजार लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज़ दी जा चुकी है। देशव्यापी टीकाकरण अभियान इस वर्ष 16 जनवरी को शुरू किया गया था।
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स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने राज्यों को आश्वासन दिया है कि केंद्र सरकार उन्हें वैक्सीन की आपूर्ति करती रहेगी। उन्होंने राज्यों से आग्रह किया कि प्राथमिकता वाले समूहों को मिशन मोड में टीके लगाए जाएं। डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि कोई भी राज्य सरकार यह शिकायत नहीं कर सकती कि टीके की कमी के कारण टीकाकरण नहीं हो पा रहा है।
डॉ हर्षवर्धन ने कल छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब और राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्रियों, अपर मुख्य सचिवों और स्वास्थ्य क्षेत्र के प्रधान सचिवों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता के दौरान यह बात कही।
केसेज में जो इतना बड़ा सर्ज हुआ है, इसमें 80 प्रतिशत से ज्यादा जो केसिज हैं वो 11 स्टेट्स के अंदर थे, जो छत्तीसगढ़ है, दिल्ली है, हरियाणा है, हिमाचल प्रदेश, झारखण्ड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान और गुजरात। ग्यारह स्टेट्स के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ विस्तार के साथ हमने बैठक की है। उनसे अनुरोध किया है कि जो एक साल में जो कोविड के खिलाफ लड़ने की जो स्ट्रेटजी के जो प्रमुख अंग हैं टेस्टिंग है, ट्रैकिंग है, ट्रीटिंग है, कंटेनमेंट ज़ोन्स हैं, सर्विलेंस है और आजकल जो विशेष रूप से वैक्सीनेशन का कैंपेन चल रहा है, ये सारी चीजों को और जो कोविड ऐप्रोप्रिएट बिहेवियर है, इसमें जो लापरवाही का ऐलिमेंट आ गया है और उसके ऊपर जो सरकारों को भी कंट्रोल करना है।
इन राज्यों में पिछले 2 सप्ताह से कोविड संक्रमण के दैनिक मामलों और उससे होने वाली रोज़ाना मौतों में तेजी़ से वृद्धि हो रही है।
महामारी पर नियंत्रण के लिए राज्यों को सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य संसाधनों को मजबूत करने की सलाह दी गई। उन्हें कोविड उपयुक्त आचरण, मास्क लगाने, सुरक्षित दूरी, हाथ साफ रखने, सामाजिक और जनसभाओं को सीमित करने, जांच, किसी संक्रमित के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने, और उपचार करने, पृथकवास में रखने नियंत्रण क्षेत्र के दिशा-निदेर्शों को प्रभावी तरीके से अमल में लाने तथा नियमों के अनुसार टीकाकरण की गति तेज करने जैसे उपायों को दृढ़ता से लागू करने को भी कहा है।
चंडीगढ़ प्रशासन ने आज से रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक का कर्फ्यू लगाने की घोषणा की है। पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक वी.पी. सिंह बदनोर की अध्यक्षता में कल चंडीगढ़ में हुई बैठक में यह फैसला किया गया। केन्द्र शासित प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। कर्फ्यू के दौरान सभी प्रकार के आयोजन, पार्टियां और सभी सामाजिक समारोहों पर रोक लगा दी गई है। रेस्त्रां भी रात 10 बजे तक बंद हो जाने चाहिए। प्रशासन ने कहा है कि यदि स्थिति में सुधार हुआ तो रात के कर्फ्यू पर पुनर्विचार किया जा सकता है।
प्रशाासन ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि रात के कर्फ्यू का सख्ती से पालन सुनिश्चित करें। यह भी कहा गया है कि यदि लोगों ने कोविड के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया तो सप्ताहांत कर्फ्यू लगाने और साप्ताहिक मंडी तथा अन्य भीड़-भाड़ वाली जगहों को बंद करने जैसे कड़े कदम भी उठाये जा सकते हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि राज्य में बाहर से आने वाले लोगों की भीड़ को देखते हुए पृथकवास केन्द्रों को दोबारा सक्रिय करें। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि महाराष्ट्र और पंजाब जैसे राज्यों में आंशिक लॉकडाउन और निषेधाज्ञा लगने के कारण बिहार के मजदूर इन राज्यों से घरों को लौटने लगे हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि बाहर से आने वाले व्यक्तियों और उनके संपर्क में आने वाले लोगों पर कड़ी निगरानी रखी जाये। श्री नीतिश कुमार ने लोगों से भी अपील की कि वे कोविड से बचाव का टीका लगवायें।
मास्क जरूर पहनिए, एक-दूसरे से दूरी कायम रखिए, बहुत ज्यादा सार्वजनिक जगहों पर इकट्ठा हो करके, भीड़ इकट्ठा करना, मास्क बिना पहनाए हुए एक-दूसरे के अगल-बगल में खड़ा हो जाना ये ठीक नहीं है और सब लोगों को प्रेरित करना है कि भाई आप अपना टीकाकरण भी कराइए और दूसरी चीजों की टेस्ट भी करवा लीजिए। ये दोनों काम हम लोगों को करना है और हम लोगों को पूरा भरोसा है कि टीकाकरण हम लोगों का मैक्सिमम हो जाएगा, तो स्वाभाविक तौर पर नया जो बीमारी फिर से आ रही है उसका असर कम से कम होगा।
इस बीच, कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी सरकारी स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टियां 31 अप्रैल तक रद्द कर दी है।
गुजरात में बीते 24 घंटे के दौरान कोविड संक्रमण के तीन हज़ार 280 नए मरीजों की पुष्टि हुई। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार दो हज़ार 167 मरीज़ संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। राज्य सरकार ने कोविड संक्रमण के फैलाव पर नियंत्रण के लिए कई उपायों की घोषणा की है।
गुजरात में संक्रमण के सबसे अधिक 798 नए मामले कल अहमदाबाद में दर्ज हुए, जबकि सूरत में 615 मामले सामने आये। मुख्यमंत्री श्री विजय रुपानी ने राज्य में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की और संक्रमण को नियंत्रित करने के इए अनेक नए उपायों की घोषणा की, जिसके अनुसार राज्य में अब सभी 8 नगर निगमों के साथ कुल 20 शहरों में रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगा रहेगा। शादी के समारोह में 100 से ज्यादा लोगों को शामिल होने की इजाजत नहीं होगी। 30 अप्रैल तक सभी सामाजिक और राजनितिक कार्यक्रमों को रद्द करने की घोषणा की गई है। राज्य में अब 10 से 30 बेड वाले सभी छोटे अस्पतालों को हल्के संक्रमण और ए सिम्पटोमेटिक मरिजों के उपचार करने के लिए छुट दे दी गई है। राज्य में आर.टी.पी.सी.आर. सहित कोविड के परीक्षणों की संख्या दुगुनी कर दी गई है। योगेश पंड्या, आकाशवाणी समाचार, अहमदाबाद।
दिल्ली में बीते 24 घंटों में कोरोना वॉयरस संक्रमण के पांच हजार एक सौ नये मरीजों की पुष्टि हुई। इन्हें मिलाकर दिल्ली में अभी तक कुल छह लाख 85 हजार व्यक्ति संक्रमित हो चुके हैं। दिल्ली सरकार ने बताया है कि इनमें से छह लाख 56 हजार व्यक्ति कोरोना संक्रमण से पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। पिछले 24 घंटों में दो हजार 340 रोगियों को स्वस्थ होने के बाद विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दी गई और 17 लोगों की मृत्यु हुई। इस समय दिल्ली में कोविड-19 के 17 हजार 332 रोगियों का उपचार चल रहा है।
कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक का कर्फ्यू लागू कर दिया है जो 30 अप्रैल तक जारी रहेगा। वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध नहीं है तथा जरूरी और गैर-जरूरी समान के एक राज्य से दूसरे राज्य में ले जाने या राज्य की भीतर ही लाने-लेजाने पर भी कोई प्रतिबंध नहीं होगा।
निजी डॉक्टरों, नर्सों तथा स्वस्थकर्मियों को रात के कर्फ्यू से छूट दी गई है। घरेलू समान फल, सब्जियां और दवाइयों की दुकानों को ई-पास के जरिये संचालन करने दिया जायेगा। अखबारों और इलैक्ट्रॉनिक मीडिया के कर्मचारियों को भी ई-पास के जरिये आवागमन की अनुमति होगी। हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर जाने वाले यात्रियों के पास यदि वैध टिकट होगा तो उन्हें भी कर्फ्यू से छूट दी जायेगी।
कर्फ्यू के दौरान बसों, मेट्रो ट्रेन, ऑटो और टेक्सियों में केवल वहीं लोग जा सकेंगे जिन्हें कर्फ्यू से छूट दी गई है।
केन्द्र सरकार ने कल एक आदेश जारी कर 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी केन्द्रीय कर्मचारियों को कोविड टीका लगवाने को कहा है। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के आदेश में केन्द्र सरकार के कमर्चारियों को सलाह दी गई है कि वे टीका लगवाने के बाद भी कोविड नियमों का पालन करें। मास्क पहने, बार-बार हाथ धोएं और सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने निजी टीवी चैनलों से आग्रह किया है कि वे दवाई भी कड़ाई भी के संदेश के प्रति जागरूकता फैलाएं और कोविड नियमों का पालन करने तथा पात्र लोगों को टीका लगवाने का संदेश दें। मंत्रालय ने देश में कोविड के बढते मामलों को देखते हुए सभी निजी टेलीविजन चैनलों को एक परामर्श जारी किया है। मंत्रालय ने फिर कहा है कि जनहित में इन संदेशों को प्रचारित करने में टीवी चैनलों की भूमिका महत्वपूर्ण हैं।
भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण इस्तीफा देने वाले महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ सी.बी.आई. ने प्रारम्भिक जांच शुरू कर दी है।
इस बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिलीप वल्से पाटिल ने कल महाराष्ट्र के नए गृहमंत्री का पदभार संभाल लिया। उन्होंने अपनी ही पार्टी के अनिल देशमुख का स्थान लिया है। पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा अनिल देशमुख पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच सीबीआई से कराने के बम्बई उच्च न्यायालय के आदेश के बाद उन्होंने गृहमंत्री के पद से त्याग पत्र दे दिया था।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए प्रचार चरम पर पहुंच गया है। चुनाव प्रचार कल शाम समाप्त हो जायेगा। चौथे चरण में 10 अप्रैल को पांच जिलों - हुगली, हावड़ा, दक्षिण 24 परगना, कूचबिहार और अलीपुरद्वार में 44 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले जायेंगे। हमारे संवाददाता ने बताया है कि तृणमूल कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी और संयुक्त मोर्चा के प्रमुख नेता विभिन्न चुनाव क्षेत्रों में रैलियां और रोड़-शो कर रहे हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज चौथे चरण के मतदान वाले सिंगूर, हावड़ा मध्य और बिहाला पूर्व निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में रोड शो करेंगे। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बैनर्जी का भी कई रैलियों को सम्बोधित करने का कार्यक्रम है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल कूचबिहार और हावड़ा में दो चुनावी सभाओं को सम्बोधित किया। श्री मोदी ने आरोप लगाया कि बंगाल की जनता मौजूदा सरकार के भ्रष्टाचार से आजिज आ चुकी है। उन्होंने दावा किया कि जनता ने इस चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की विदाई का मन बना लिया है। इधर, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बैनर्जी ने कूचबिहार में एक रैली में आरोप लगाया कि भाजपा ने अपनी हार स्वीकार कर ली है, इसलिए हताशा में पार्टी हिंसा को बढ़ावा दे रही है। वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीररंजन चौधरी और सीपीएम के वरिष्ठ नेता सूर्यकांत मिश्रा ने संयुक्त मोर्चा के प्रत्याशियों के समर्थन में जमकर चुनाव प्रचार किया। गुजरे जमाने की फिल्म अभिनेत्रियां जया भादुड़ी और मंदाकिनी भी प्रत्याशियों के समर्थन में कई स्थानों पर चुनाव प्रचार कर रही हैं। धर्मेंद्र कुमार राय, आकाशवाणी समाचार, कोलकाता।
असम में विधानसभा चुनाव के तीसरें और अंतिम चरण में 82 दशमलव दो-आठ प्रतिशत मतदान की खबर है। हालांकि अंतिम आंकड़ा अभी घोषित नहीं किया गया है। कुल मिलाकर असम में 80 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। राज्य में तीसरें और अंतिम चरण में कल 40 सीटों पर मतदान हुआ। इस चरण में कुल 337 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे।
लद्दाख को कार्बन उत्सर्जन मुक्त स्थल बनाने के लिए कल त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। हमारे लेह संवाददाता ने बताया है कि केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन, लेह पर्वतीय परिषद और भारतीय सौर ऊर्जा निगम ने लेह जिले के तारू में 50 मेगावॉट क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजना स्थापित करने संबंधी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
कार्बन उत्सर्जन को कम करने में राष्ट्र के प्रयासों का योगदान करने के लिए लद्दाख की अक्षय ऊर्जा की 33 गीगा वाट की क्षमता है। यूटी प्रशासन, लेह हिल काउंसिल और भारत सौर ऊर्जा निगम ने लेह में तरू गांव में 50 मेगावाट परियोजना के साथ सौर ऊर्जा का दोहन करने के लिए पहली एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। इस अवसर पर लद्दाख के उपराज्यपाल आर.के. माथुर ने कहा कि विभिन्न आवश्यकताओं को विचार करते हुए, अगले पांच वर्षों में लद्दाख क्षेत्र में बिजली की खपत 200 मेगावाट तक बढ़ जाएगी। लद्दाख सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने कहा कि यह परियोजना बिजली क्षेत्र में लद्दाख को आत्मनिर्भर और नाममात्र मूल्य पर अंतिम उपभोक्ता के लिए बिजली की उपलब्ध कराते है। लेह हिल काउंसिल सीईसी ताशी गालसन ने स्थानीय लोगों को अधिकतम नौकरियों पर विचार करने के लिए SECI को अपील की। SECI सीएमडी जतिंदर नाथ स्वैन ने कहा कि एमओयू अक्षय ऊर्जा की भारी क्षमताओं को दोहन करने के लिए लद्दाख में निवेश करने के लिए मार्ग खोल देगा। आकाशवाणी समाचार के लिए लेह से रमेश चंद्रा।
आज विश्व स्वास्थ्य दिवस है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना 7 अप्रैल 1948 में हुई थी और 1950 से यह दिवस मनाने की शुरूआत हुई। इसका उद्देश्य स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करना है। पिछले 50 साल में मानसिक स्वास्थ्य, मातृत्व और शिशु देखभाल तथा जलवायु परिवर्तन से जुड़े महत्वपूर्ण स्वास्थ्य मुद्दों पर यह संगठन रोशनी डाल चुका है। इस वर्ष इस दिवस का विषय है -सभी के लिए निष्पक्ष और स्वस्थ विश्व का निर्माण।
फुटबॉल की चैम्पियन्स लीग में रियाल मेड्रिड और मानचेस्टर सिटी की टीमें सेमी फाइनल में पहुंच गई हैं। क्वार्टरफाइनल मैच में कल रियाल मेड्रिड ने लीवरपूल को 3-1 से पराजित कर दिया। जीत का गोल विनिसियस जूनियर ने किया। चैम्पियन्स लीग मुकाबलों में विनिसियस का यह पहला गोल था। इसके साथ ही 21 वर्षीय विनिसियस चैम्पियन लीग में नॉकआउट गोल करने वाले दूसरे युवा खिलाड़ी बन गये हैं।
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने वित्तवर्ष 2021-22 के लिए भारत की विकासदर का अनुमान बढाकर साढे 12 प्रतिशत कर दिया है। कोष ने ताजा वर्ल्ड इक्नॉमिक आउटलुक रिपोर्ट में कहा है कि भारत का सकल घरेलू उत्पाद, इस वर्ष जनवरी में प्रकाशित पिछली रिपोर्ट में प्रदर्शित विकास दर की तुलना में, एक प्रतिशत अधिक रहने का अनुमान है। कोष ने कहा है कि टीकाकरण अभियान और कोरोना से स्वस्थ होने की दर को देखते हुए भारत की विकासदर में बढ़ोत्तरी होगी।
समाचार पत्रों से
कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर विभिन्न शीर्षकों से खबरें आज अखबारों की सुर्खियां बनी है। नवभारत टाइम्स लिखता है- दिल्ली में 30 तक रात का कर्फ्यू, जरूरी सेवाओं के लिए है-ई पास। अमर उजाला ने केन्द्र सरकार के हवाले से लिखा है- खतरनाक गति से बढ़ रहा संक्रमण, चार हफ्ते बेहद गंभीर। हिन्दुस्तान ने सख्ती शीर्षक से सतर्कता बरतने और सलाह पहले पन्ने पर दी है। जनसत्ता ने तीन दिन में दूसरी बार मामले एक लाख के पार होने की खबर पर लिखा है- संक्रमण की दूसरी लहर को काबू करने के लिए जनभागीदारी जरूरी।
कल विधानसभा चुनाव वाले राज्यों में भारी मतदान पर भी लगभग सभी अखबारों की नजर है। राष्ट्रीय सहारा और अमर उजाला ने प्रधानमंत्री की उस चिंता को अहमियत दी है-झूठ से राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की साजिश। दैनिक जागरण ने लिखा है- भाजपा के स्थापना दिवस पर नरेन्द्र मोदी ने कृषि सुधार और श्रम कानूनों के सहारे से विपक्ष के दुष्प्रचार पर पार्टी कार्यकर्ताओं को सचेत किया।
दैनिक जागरण ने मुखपृष्ठ पर बॉक्स में लिखा है- डी आर डी ओ ने निजी क्षेत्र के लिए दरवाजे खोले, अब मिसाइलें भी बनायेंगी घरेलू निजी कंपनियां।