प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब से कुछ समय बाद तेलंगाना में रामागुंडम उर्वरक और रसायन लिमिटेड - आरएफसीएल संयंत्र राष्ट्र को समर्पित करेंगे। श्री मोदी बेगमपेट हवाई अड्डे से हेलीकॉटर के जरिए रामागुंडम पहुंचेंगे। एफसीआई का संयंत्र बंद होने के दो दशक पश्चात नवीकृत आरएफसीएल को देश में प्रमुख उर्वरक संयंत्र के रूप में विकसित किया गया है।
प्रधानमंत्री ने रामागुंडम में आरएफसीएल गैस आधारित उर्वरक संयंत्र के लिए 2016 में शिलान्यास किया था। यह हैदराबाद से 250 किलोमीटर से अधिक दूर तेलंगाना के पेड्डापल्ली जिले में स्थित है। नीम की परत वाले 12 लाख 70 हजार मीट्रिक टन यूरिया की उत्पादन क्षमता के साथ आरएफसीएल ऐसा पहला प्रमुख संयंत्र है जहां उत्पादन शुरू हो गया है। घरेलू स्तर पर यूरिया का उत्पादन बढ़ाने, यूरिया का आयात घटाने, मांग और आपूर्ति में अंतर दूर करने के उद्देश्य से तैयार यह संयंत्र यूरिया क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने में सहायता करेगा। आरएफसीएल मुख्य रूप से तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और पड़ोसी राज्यों महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के किसानों की आवश्यकता पूरी करेगा। इससे आयात घटने और कारखाने में माल की आपूर्ति के लिए एमएसएमई वेंडर्स के विकास को प्रोत्साहन के जरिए अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री करीब एक हजार करोड़ रुपए की लागत से बनी नई रेलवे लाइन भद्राचलम रोड- सट्टुपल्ली का उद्घाटन भी करेंगे। इस रेलवे लाइन से क्षेत्र में रेल संपर्क बढ़ने की संभावना है। श्री मोदी 22 हजार करोड़ रुपए से अधिक की विभिन्न सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे। इनमें शामिल हैं - विभिन्न राजमार्गों पर मेडक- सिद्दीपेट-एल्कातुर्ती खंड, बोधन-बसर-भैंसा खंड, सिरेन्चा से महादेवपुर खंड।
प्रधानमंत्री का संबोधन सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग रामागुंडम के एनटीपीसी स्टेडियम पहुंच रहे हैं।